मुंबई की सुबह सोमवार को कुछ अलग ही नज़ारे लेकर आई। तेज़ बारिश और बिजली की गड़गड़ाहट के साथ ऐसा लगा जैसे मानो मानसून ने शहर में दस्तक दे दी हो — वो भी वक्त से काफी पहले। शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
केईएम अस्पताल, दादर, साकीनाका, वर्ली जैसे कई इलाकों में जलजमाव की वजह से सड़कें जाम रहीं और मेट्रो 3 के आचार्य अत्रे चौक स्टेशन में तो पानी इस कदर भर गया कि नई शुरू हुई मेट्रो सेवा को रोकना पड़ा।
107 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
भारतीय मौसम विभाग की मानें तो कोलाबा इलाके में मई महीने में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई — जो अब तक का सबसे ज़्यादा है। इससे पहले 1918 में मई में 279 मिमी बारिश हुई थी। सांताक्रूज़ और दूसरे हिस्सों में भी अच्छी-खासी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मेट्रो में पानी, अस्थायी दीवार ढही
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने बताया कि भारी बारिश की वजह से मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया और एक अस्थायी सुरक्षा दीवार गिर गई। यह दीवार सिर्फ तीन महीने के लिए बनाई गई थी क्योंकि स्थायी निर्माण अभी चल रहा था। एमएमआरसी ने सफाई दी कि मानसून के अचानक आने और तेज़ बारिश ने तैयारी को झटका दे दिया।
राजनीति गरमाई, भ्रष्टाचार के आरोप
बारिश और उसके बाद की स्थिति ने मुंबई की राजनीति को भी गर्म कर दिया है। शिवसेना (UBT) के आदित्य ठाकरे ने सरकार और बीएमसी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन हुए अभी दो हफ्ते भी नहीं हुए और अब वह आम लोगों के लिए बंद है।
उद्धव ठाकरे ने भी तीखा हमला बोलते हुए कहा, “एक दिन की बारिश में मेट्रो सुरंग में पानी भर गया — इससे बड़ा सबूत और क्या चाहिए कि जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है।”
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सापकाल ने भी आरोप लगाया कि बीएमसी हर साल नालों की सफाई और मानसून तैयारी पर करोड़ों खर्च करती है, फिर भी हर बार मुंबई पानी में डूब जाती है। “ये जनता के पैसे की खुली लूट है,” उन्होंने कहा।
ट्रैफिक ठप, लोकल ट्रेनें रुकीं
बारिश की वजह से सड़कों पर ट्रैफिक रेंगता रहा। दादर टीटी, हिंदमाता, एल्फिंस्टन ब्रिज और अंधेरी के कई हिस्सों में जलजमाव की वजह से गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं। BEST की कई बसों के रूट बदले गए। लोकल ट्रेनों को भी कुछ समय के लिए बीच रास्ते रोका गया — खासकर बायकुला से सीएसएमटी के बीच का ट्रैक जलमग्न हो गया था।
बीएमसी के आंकड़े भी चौंकाने वाले
बीएमसी के अनुसार, नरीमन पॉइंट फायर स्टेशन में रात 12 बजे से सुबह 11 बजे तक 252 मिमी बारिश हुई। बीएमसी मुख्यालय में 214 मिमी, कोलाबा स्टेशन पर 207 मिमी, और कई अन्य जगहों पर 100 मिमी से ज़्यादा बारिश हुई।
शहरभर में 25 शॉर्ट सर्किट, 45 पेड़ों के गिरने, और 9 घरों में आंशिक ढहने की घटनाएं दर्ज हुईं। एक युवक घायल हुआ और सेंट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती किया गया।
मानसून की जल्दी एंट्री, रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बताया कि मुंबई में इस बार मानसून 16 दिन पहले पहुंच गया है — ऐसा 1956 के बाद पहली बार हुआ है। अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र और बदलती हवाओं की वजह से मानसून ने समय से पहले दस्तक दी। इसी के साथ मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पुणे और रत्नागिरी में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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